कोरोना वायरस ने रूप बदला, यह 70 फीसदी ज्यादा खतरनाक, जानें इसके बारे में सबकुछ

सेहतराग टीम

कोरोना वायरस का प्रकोप धीमा होना शुरू हो गया था। लोगों को उम्मीद हो गयी थी कि अब जल्द ही कोरोना से छुटकारा मिल जाएगा। वैज्ञानिक और मेडिकल एक्सपर्ट ने भी कई अध्ययनों के हवाले से इसके कमजोर होने की उम्मीद जताई थी। लेकिन इस बीच लेकर बड़ी खबर सामने आई। दरअसल कोरोना वायरस ने अपना रूप बदल दिया। दुसरे शब्दों में कहें तो कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन यानी वैरिएंट (नया रूप) सामने आया है। जो बेहद खतरनाक है। कोरोना का ये नया स्ट्रेन ब्रिटेन में मिला है। कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन से हालात बेकाबू होने के बाद ब्रिटेन के कुछ शहरों में सख्त प्रतिबंध लगाया है। यहां अब तक की सबसे सख्त पाबंदियां लगाई गई हैं।

पढ़ें- लगभग 6 महीने बाद आए 20 हजार से कम कोरोना दैनिक मामले, देखिए सभी राज्यों का हाल

वायरस को दिया गया ये नाम

वायरस का नया स्ट्रेन- वैज्ञानिकों ने इसे नया नाम VUI-202012/01 दिया है. खुद प्रधानमंत्री जॉनसन ने आशंका जताई है कि वायरस का नया स्ट्रेन 70 प्रतिशत ज्यादा खतरनाक हो सकता है। हालांकि, अभी तक वैसे अभी तक वायरस की नई सीक्वेंसिंग हुई नहीं है और एक्सपर्ट इसे समझने की कोशिश ही कर रहे हैं। नए खतरे को भांपते हुए इतिहास में पहली बार क्रिसमस मनाने की भी छूट नहीं है।

कोरोना के नए स्ट्रेन के बारे में बड़ी बातें

  • वैज्ञानिकों का मानना है कि वायरस की नई किस्म में कम से कम 17 महत्वपूर्ण बदलाव हैं। सबसे महत्वपूर्ण बदलाव स्पाइक प्रोटीन में आया है।
  • स्पाइक प्रोटीन का इस्तेमाल वायरस हमारे शरीर की कोशिकाओं में घुसने के लिए करता है। यह तेजी से वायरस के अन्य स्ट्रेन की जगह ले रहा है।
  • वायरस को कोशिकाओं को संक्रमित करने की क्षमता बढ़ाने के लिए उन म्यूटेशन में से कुछ को प्रयोगशाला में पहले ही दिखाया जा चुका है।
  • यह स्ट्रेन अत्यधिक तबदीली करने वाला है। यह कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले रोगी में उभरा है, जो वायरस को हराने में असमर्थ था।
  • इस बात का कोई सबूत नहीं है कि नए स्ट्रेन संक्रमण को अधिक घातक बनाता है। विकसित टीका निश्चित रूप से इसके लिए कारगर साबित होगा।

इंपीरियल कॉलेज लंदन के डॉ. एरिक वोल्ज कहते हैं, यह बताना अभी वास्तव में काफी जल्दी होग, लेकिन हमने अब तक जो देखा है उसके मुताबिक यह बहुत तेजी से बढ़ रहा है, यह पहले वाले (वायरस के पूर्व स्वरूप) की तुलना में बेहद तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन इस पर नजर रखना महत्वपूर्ण है। यूनिवर्सिटी ऑफ नॉटिंघम में विषाणुविज्ञानी प्रोफेसर जोनाथन बाल कहते हैं, सार्वजनिक रूप से अभी जो साक्ष्य उपलब्ध हैं वह इस बात के लिए कोई ठोस राय बनाने को लेकर अपर्याप्त हैं कि क्या इस विषाणु से वास्तव में प्रसार बढ़ा है।

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि केंद्र को पता है कि क्‍या करना है। उन्‍होंने कहा, "सरकार अलर्ट है। पिछले एक साल में आप सबने देखा ही है कि हमने लोगों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाए। हमें पता है कि क्‍या करने की जरूरत है। अगर आप मुझसे पूछें तो घबराने की कोई बात नहीं है।

ब्रिटेन में कोरोनावायरस का नया स्ट्रेन मिलने से दहशत है। वहां से लौटी कुछ फ्लाइट्स में अब तक 11 लोग पॉजिटिव मिले हैं। इनमें से एक फ्लाइट बीती रात दिल्ली पहुंची। इसमें 266 लोगों में से पांच को संक्रमित पाया गया। वहीं, दो पॉजिटिव कोलकाता में मिले हैं। ये रविवार को लंदन से कोलकाता आए थे।

इसी तरह अहमदाबाद लैंड हुई एक फ्लाइट में 4 लोग संक्रमित पाए गए हैं। इनमें 1 ब्रिटिश नागरिक भी शामिल है। दिल्ली में पाए गए संक्रमितों के सैम्पल रिसर्च के लिए नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (NCDC) भेजे गए हैं। सभी पैसेंजर्स और क्रू मेंबर्स को आइसोलेशन में रखा गया है।

बता दें कि यूके में कोरोना वायरस के म्यूटेशन के मिलने की खबरों के बीच भारत ने बुधवार रात से 31 दिसंबर तक के लिए यूके से आने वाली सभी फ्लाइट्स पर बैन लगा दिया है। एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा कि हमें अभी अलर्ट रहना है। ब्रिटेन से आने वाले सभी की जांच करनी चाहिए और नया स्ट्रेन कैसा है इसके लिए जेनेटिक सिक्वेंसिंग भी जरूरी है।

कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड, बेल्जियम, ऑस्ट्रिया, आयरलैंड, चिली, बुल्गारिया और सऊदी अरब ब्रिटेन की यात्रा पर पाबंदी की घोषणा कर चुके हैं।

इसे भी पढ़ें-

शरीर को बुरी तरह प्रभावित करता है 'Long Covid', जानें क्या है और पहचाने लक्षण

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।